आशुकवि नीरज अवस्थी
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जयंती
नीरज अपने देश मे,नेता बने अनेक। लेकिन मेरी नजर में नेता दिखता एक।
सारे भारतवर्ष को होती जिससे आस। नेता केवल एक ही हमको लगे सुभाष।
जिनकी भाषा श्रवण कर होते थे सब मौन। वीर बोस जैसा निडर हुआ दूसरा कौन।
नमन करूँ लाखो तुम्हे सौ सौ बंदनवार। नेता जी के नाम पर तन मन धन बलिहार।
आशुकवि नीरज अवस्थी 9919256950
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