अंजुमन मंसूरी आरजू छिंदवाड़ा  छंद  पञ्चचामर /  नाराच / गिरिराज सरस्वती निरंजना

अंजुमन मंसूरी आरजू छिंदवाड़ा


 वसंत पंचमी की अनंत शुभकामनाओं सहित..
छंद   - *पञ्चचामर /  नाराच / गिरिराज*
विधान     -षोडषाक्षरावृत्ति , ऐइण
गण सूत्र   -जगण रगण जगण रगण+गुरु
मात्रा भार -121 212 121 212 121 2


ःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःःः
सरस्वती निरंजना नमामि पद्मलोचना ।
महाफला महाबला नमामि वारिजासना ।
नमामि पद्मवस्त्रगा सुवासिनी शिवानुजा ।
नमामि शास्त्ररूपिणी महाङ्कुशा महाभुजा ।


   -अंजुमन आरज़ू  ©✍
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