नाम : अपर्णा शर्मा
"शिव संगीनी"
विधा : कविता
शीर्षक : जिंदगी
राज्य : अंकलेश्वर,
गुजरात
*जिंदगी*
जिंदगी का मतलब क्या है
कोई ना जान सका
जीवन सुख-दुःख धुप-छाँव
कभी असफलता तो कभी
सफलता है
चाह तो सभी को होती है
जिंदगी तो रोज नए सपने
देखती है
अपने अरमानों को पूरा करते हैं
शांति से गुजर जाए हसीन सी
जिंदगी यही तो चाहती है
जिंदगी सफर चलना है
वो चलती रहती है
यहीं रुक गई जिंदगी
वो दुःख में भी चलते रहते है
खत्म हो जाने के बाद
जिंदगी की यादें रह जाती है
जिंदगी का मतलब क्या है
कोई ना जान सका।
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