अतिवीर जैन 'पराग ' मेरठ
कविता
पिया मिलन :-
लगाकर पांवों में मेंहदी,
गौरी चली पी के द्वार,
छोड़ बाबुल का घर,
मन में लिये स्वप्न अपार.
पेरो में पायल के घुँघरू,
जब आवाज़ करते है,
मानो गौरी के दिल में,
घबराहट की झंकार भरते है.
पिया मिलन को गौरी ने,
आज किये सोलह
श्रॄंगार,
लगाकर पांवों में मेंहदी,
गौरी चली पी के द्वार.
स्वरचित,अतिवीर जैन 'पराग ' मेरठ
चलभाष :9456966722
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