भूपसिंह 'भारती'
मतदाता दिवस पर खास :-
मतदाता सै पारखी, करता सही पिछाण।
देख बोट की चोट तै, चोखी काढै काण।
चोखी काढै काण, ताण दे सबका तोता।
लोकतंत्र हिमाती, गजब मतदाता होता।
कहै भारती बणा, लोकतंत्र का विधाता।
मौक्का पै चौक्का, देख ठोकै मतदाता।
मतदाता समझदार हो, लोकतंत्र की शान।
असली नेेता कोण सै, करै सही पहचान।
करै सही पहचान, चुणै वो नेता चोखा।
पढा लिखा मतदाता, कदे ना खावै धोखा।
कह 'भारती' नेता, जो जंता नै सताता।
कुर्सी लेवै खोस, विधाता सै मतदाता।
भूपसिंह 'भारती'
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