डा० भारती वर्मा बौड़ाई
३० जनवरी बापू की पुण्यतिथि पर
बापू!
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आ गया
दिवस वही
लौट कर फिर
जब खोया था हमने
तुम्हें बापू!
अपने सपनों का भारत
बनाने का सपना संजोये
तुम चले तो गए बापू!
उस सपने का ध्वजवाहक
आ गया है,
तुम्हारे विचारों को
करता हुआ प्रसारित
नई पीढ़ी को बापू की देन
समझाता है,
नहीं मरेंगे
कभी तुम्हारे विचार!
बनेगा तुम्हारे
सपनों का भारत
एक दिन विश्व गुरु!
तुम्हारा काम
और बलिदान
व्यर्थ नहीं जायेगा,
उसकी नींव पर
खड़ा भारत अपना
नया इतिहास लिखता जायेगा,
तुम देखना बापू!
तुम्हारे सपनों का भारत!
नये रंग लेकर आयेगा।
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डा० भारती वर्मा बौड़ाई
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