डा० भारती वर्मा बौड़ाई
सुभाषचंद्र बोस
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अपने शौर्य
और पराक्रम से,
अपने जुनून और
सूझबूझ से,
प्राण हथेली पर ले
अपना बचपन और जवानी
घर के नाते सभी भूल कर,
सर्वस्व समर्पित कर
देश की स्वतंत्रता हेतु
भूमिका बनाने,
नींव रखने में
जिन्होंने बलिदान दिया था
उनमें सुभाषचंद्र बोस भी थे।
नेता जी से प्रसिद्ध हुए,
आजाद हिंद थी फौज बनायी,
“तुम मुझे खून दो,
मैं तुम्हें आजादी दूँगा “ के नारे से
भर डाला था जोश सभी में,
देते साथ सभी नेता तो
होते सफल और
रूप देश का और कुछ होता,
गुत्थियाँ कुछ सुलझी
कुछ अब भी अनसुलझी हैं,
जीवित हैं या नहीं हैं
आज भी उनके प्रिय अनुयायी
इसी सोच में हैं,
धन्य है अपनी भारत भूमि
अवतरित हुए यहाँ
सुभाषचंद्र बोस!
जिन्होंने स्वतंत्रता का
किया था जय घोष!
उन्हें नमन है।
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डा० भारती वर्मा बौड़ाई
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