.देवानंद साहा"आनंद अमरपुरी"
........जय माता सरस्वती...........
जय माता सरस्वती, हम हैं तेरे सन्तान।
तेरी अर्चना के नियम से,हम हैं अज्ञान।
भटकते हैंअंधकार में,नहीं हमें है ज्ञान।
तेरी कृपा सेअब,होगा हमारा कल्याण।
तेरे वीणा की आवाज़,हरे हमाराध्यान।
तेरे हाथ में पुस्तक,बढ़ाये हमारा ज्ञान।
हँस तुम्हारी सवारी,श्वेत वस्त्र परिधान।
हमें चाहिए तुमसे,बुद्धिऔर विद्यादान।
कमल आसन शोभित,दे ऐसा वरदान।
जीवन बीते'आनंद'से,करें हमगुणगान।
-----देवानंद साहा"आनंद अमरपुरी"
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