डॉ कुमुद बाला हैदराबाद

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नाम -- डॉ कुमुद बाला
पता -- 10-5-2/1/2 , फ्लैट न. 302 , पटेल रेसीडेंसी , मासाब टैंक , माहेश्वरी चैंबर्स के पास ,
बस स्टॉप से पहले ,
एक्सिस बैंक की गली ,
हैदराबाद -- 500028
मो. -- 8886220212
कविता ---


मत गाओ रुनझुन गीत पायलिया
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मत गाओ रुनझुन गीत पायलिया , लक्ष्मीबाई की तलवार बनो 36
कटार - तरकश - ढाल लिए कांधे पर , नेतृत्व करती सरकार बनो


तुमने क्या सोचा इस कलियुग में , राम- कृष्ण आयेंगे 30
दे कर ज्ञान लोगों को फिर , नयी गीता रच जायेंगे
पत्थर की मूरत बन आखिर कब तक , मूर्ख बनोगी तुम
ध्यान लगाओगी जबतक लुटेरे , इज़्ज़त लूट जायेंगे
कंगना- बिंदी - गागर छोड़ो अब , जला शिक्षा दीप अखबार बनो
मत गाओ रुनझुन गीत पायलिया लक्ष्मीबाई की तलवार बनो 36


छीनो - जीतो , ऐसी कुसंख्या , खूब बढ़ी है इन दिनों
सब मेरा है यह मानसिकता , खूब बढ़ी है इन दिनों
नारी ममत्व का दर्पण तो , नर भी दर्पण में मुख देखे
सौतेला बाप भी पापी ,संख्या खूब बढ़ी है इन दिनों
रिश्ते नहीं भरोसे लायक अब , अपने भाग्य की तुम ललकार बनो
मत गाओ रुनझुन गीत पायलिया लक्ष्मीबाई की तलवार बनो 36


है हक़ तुम्हारा जीने का , तुम जीवन की पहचान बनो
नवसृजन की तुम जननी हो , वात्सल्य की आह्वान बनो
मिट्टी की है देह ये नश्वर , फिर मिट्टी में मिल जायेगी
मिट्टी का क्या मोह है करना , इस मिट्टी की परवान बनो
दौड़ रही नस-नस में बिजली, मर्यादा - साहस की जयकार बनो
मत गाओ रुनझुन गीत पायलिया लक्ष्मीबाई की तलवार बनो 36


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