नाम---डॉ नीरजा मेहता 'कमलिनी'
पता---बी--201, सिक्का क्लासिक होम्स
जी एच--249, कौशाम्बी
गाज़ियाबाद (यू.पी.)
पिन--201010
मो०--9654258770
कविता----
"मैं हूँ नीर से जन्मी नारी"
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मैं हूँ नीर से जन्मी नारी
पानी सा कोमल मेरा एहसास,
जल सा पारदर्शक मेरा मन,
सलिल सी तृप्त करती मेरी अनुभूति,
वारि सा शांत मेरा स्वभाव,
तोय सी स्वच्छ मेरी देह,
हर रंग जिसमें घुल जाए
ऐसी मैं अम्बु सी रंगहीन,
हाँ, मैं हूँ नीर से जन्मी नारी।
आत्मा को सुख देती वृष्टि सी
नेह बरसाती मैं,
जल से भीगी
भीनी माटी की सुगंध सी
प्यास बुझाती मैं,
सागर के नीले हरे मिश्रण सी
तरंगित करती मैं,
उपवन की क्यारियों में
महकती उदक सी,
आब में खिलती कमल सी,
हाँ, मैं हूँ नीर से जन्मी नारी।
न मैं पौरुष से हारी,
न मैं स्त्रीत्व से ठगी गयी,
मैं बाल अरुण की
लालिमा सी तेजस्विता,
मैं उज्जवल
चाँद सी चंद्रमुखी,
मैं भू पर विस्तृत
चन्द्रिका सी शीतल,
मैं कमलपत्र की
तुषार बूँदों सी कोमल ,
मैं गुलाब की पंखुड़ियों सी
नर्म एहसास देती,
जल सी पावन
हाँ, मैं हूँ नीर से जन्मी नारी।
कहलाती हूँ 'नीरजा कमलिनी'
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