डॉ शोभा दीक्षित 'भावना', वरिष्ठ साहित्यकार/
गीतकार, शायरा
60 दयाल फोर्ट , विष्णुपुरी 3,अलीगंज, लखनऊ , पिन-226022(उत्तर प्रदेश)
मो0 9454410576, 9140945022
ग़ज़ल
कहानी प्यार की दुनिया को बतलाई न जाएगी। ग़ज़ल मुझसे तुम्हारी हिज्र की गाई न जाएगी।।
तुम्हें महसूस करना हो तो तुम महसूस कर लेना।
तुम्हें अपने जिगर की बात बतलाई न जाएगी।।
ना मिलना और मुझ को देखकर पहचानना साथी।
मोहब्बत तो मोहब्बत है वो झुठलाई न जाएगी।।
तुम्हारा नाम रुसवा हो, उठे उंगली ज़माने की। कभी मुझसे लबों पे बात वह लाई जाएगी ।।
यह दौलत है मोहब्बत की लुटाना ख़ूब दुनिया में ।
खज़ाने से तुम्हारे एक भी पाई न जाएगी ।।
ढले सूरज , बुझे दीपक अंधेरा ही अंधेरा हो।
किसी भी हाल में यादों की परछाई न जाएगी।।
तुम्हारी रूह से कर ली सगाई रूह ने 'शोभा'। अंगूठी यह किसी दूजे को पहनाई न जाएगी।।
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