*न कोई दुर्भावना पाल कर रखिये*
*।।।।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।*
मत रखिये हर बात दिल में,
हंस कर टाल लिया किजिये।
मत सहेजिये दिल में मलाल,
खुलकर इजहार दिया किजिये।।
दिल की गाँठे बढ़ा देती हैं यूँ ,
ही बेमतलब की कई दूरियाँ।
हँसिये बोलिये और समझाइये,
तकरार भी किया किजिये।।
*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री हंस*
*।।।।।।।।।।।।।बरेली।।।।।।।।।।।*
मोब ।। 9897071046 ।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।
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