हलधर गीतिका
(हिंदी)
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देश के ध्वज का हमेशा मान होना चाहिए ।
राष्ट्र गरिमा का सभी को भान होना चाहिए ।
रात दिन जो सरहदों को सींचते हैं खून से ,
उन शहीदों का सदा सम्मान होना चाहिए ।
देवता के तुल्य पूजा अर्चना हो वीर की ,
हर गली हर गांव में यश गान होना चाहिए ।
लिख गए जो वीर गाथा काल के भी भाल पर ,
उन शहीदों पर हमें अभिमान होना चाहिए ।
गल रहे नित बर्फ में कुछ जल रहे बारूद में ,
इन सवालों का सभी को ध्यान होना चाहिए ।
जिन जवानों ने जवानी राष्ट्र हित में वार दी ,
याद में उनकी बड़ा स्थान होना चाहिए ।
राजगद्दी के लिए जो एकता खंडित करे ,
उस बसर का मंच से अपमान होना चाहिए ।
जाति मजहब नाम पर फिरका परस्ती बंद हो ,
बस तिरंगा कौम का परिधान होना चाहिए ।
एक ही आवाज आये हर शहर हर गांव से ,
भारती का विश्व में उत्थान होना चाहिए ।
देश हित लिखता रहूँ मेरी यही है कामना ,
गीत "हलधर" कौम को वरदान होना चाहिए ।
हलधर -9897346173
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