कैलाश , दुबे ,होशंगाबाद

जो रब के करीब होता है ,


उसके एक हाथ में तस्वी ,
दूसरे हाथ में कासा होता है ,


उठते हैं उसके हाथ दुआ के लिए ,


तब ही परवरदिगार अम्न में शान्ति ,
सुख और सुकून देता है ,


कैलाश , दुबे ,


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