कवि अतिवीर जैन "पराग ",मेरठ
9456966722
जय माँ शारदे,
सभी को नमन,
माँ शारदे तुझे प्रणाम :-
माँ शारदे का जन्मदिन
बसंतपंचमी,
छटा नई ले आता है,
मौसम में परिवर्तन होता,
शीत विदा हो जाता है.
नयी हवायें,नया कलेवर,
प्रक्रति को मिल जाता है.
सूरज की रोशनी से देखो,
नवअंकुर खिल जाता है.
रंग बिरंगे फूलो से धरती पर यौवन आता है.
बासंती हवाओं से प्राणी,
नया जीवन पाता है.
यूँ तो वीणावादिणि,
मेरे उर में बेठि रहती है,
कलम उठाकर बार बार,
कुछ लिखने को कहती है.
पीले फूलों का थाल लिये,
मन में श्रध्दा अपार लिये,
जन्म दिवस उपहार लिये,
हे हँसवाहिनी,
कमलदायीनी,
वीणा -पुस्तक धारिणि,
वंदना तेरी बारम्बार,
माँ शारदे तुझे प्रणाम.
माँ शारदे तुझे प्रणाम.
स्वरचित,
अतिवीर जैन,पराग,
मेरठ
9456966722.
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