कुमुद श्रीवास्तव वर्मा..
गीत
नैन
नयन ने नयनसे कही, नयनन की बतियाँ ,
जब से हैँनैन मिले , कटे नही रतियाँ,
नैना अब तरसते हैं ,नेह सँग बरसते हैँ,
नयनन में आस जागी ,प्रेम धुन अँग लागी ,
अब तो आओ साँवरे ,नैन हुये बाँवरे ,
अँसुवन की धारा बहे,नयन की राह रे ,
अब जो ना आये प्रिय ,नैन हठ ले लेँगे,
व्याकुल हो नयन मोरे,पलके न खोलेँगे ,
नयनोँ संग नयनोँ नेँ ,हठ ये लगाई है ,
आन मिलो प्रियतम जी ,बैरी जुदाई है ,
नृत्य करे नयना मोरे ,शुभ घड़ी आई है ,
प्रिय के आने की खबर , अब बहार छाई है ,
कुमुद श्रीवास्तव वर्मा..
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