ममता कानुनगो इंदौर मध्यप्रदेश
विधा:तांका
मापनी:५+७+५+७+७
विषय:बसंत
मनभावन,
सुखद सुहावन,
शीत पवन,
महका उपवन,
वो आ गया बसंत।
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कुके कोयल,
अंबुआ डाली पर,
गूंजे भ्रमर,
पुष्प क्यारी पर,
लो छा रहा बसंत।
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पीत वर्णिका,
चुनर ओढ़ धरा,
मात शारदे,
दे आशीष विद्या का,
धन्य हो ये जीवन।
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ममता कानुनगो इंदौर मध्यप्रदेश
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