नाम:-नीरजा शर्मा
पता:-चंडीगढ़
मो0:-9417490562
कविता:-मातृभाषा
मातृभाषा
मातृभाषा हिन्दी
माँ सी मुझे प्यारी है
बच्चों की दुलारी है ।
म
बच्चे खुश हो जाते हैं
जब हिन्दी में बतियाते हैं
सब पर रौब जमाते है ।
मजा ज्यादा तब आता है
जब मुहावरों में अटक जाते हैं
समझने पर मुस्कुराते हैं ।
लोकोक्तियों की शान निराली
अर्थ छलकता अलग ही प्याली
बच्चों को हैं बहुत ही भाती ।
अब तो उनमे होड लगी है
कौन मुहावरे ज्यादा कहेगा
बात -बात में ज्ञान बढ़ेगा ।
हिन्दी है सबसे अनोखी भाषा
देती सबको अनेको शाखा
सबका मान भी बढ़ जाता ।
उच्चारण से ही लिखा जाता
सबसे स्टीक है यह भाषा
हमारे राष्ट्र की शान यह भाषा ।
हिन्द की शान
हिन्दी भाषा है महान
इसी से है मेरा भारत महान ।
नीरजा शर्मा
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