संत विवेकानंद का करें, सभी गुणगान।
नमन आपको सब करें , कर भारत का मान।
पावन बारह जनवरी ,कोलकता में जन्म,
विश्वनाथ भुवनेश्वरी, पिता मातु की शान ।
सन्यासी का वेष धर,आजीवन सन्यास,
भगवा धारण कर लिया, वेदांतो की आन
परमहंस स्वामी जिन्हें, भजन सुनाये खास ,
शुरू हुआ सत्संग जब ,वैदिक स्वर का दान।
धर्म सभा में बोलते, विश्व आपके साथ,
जय जय जय मां भारती ,"प्रेम" करें सम्मान।
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