प्रिया सिंह लखनऊ
पूरा है देश पर आज अधूरी आजादी है
हमारे नेताओं में व्यस्त अधूरी आबादी है
पूरा है देश पर_ आज अधूरी आजादी है
मिलें हैं कानून कुछ ऐसे भेष में हमको
जैसे अधूरी रेशम और अधूरी खादी है
पूरा है देश पर आज अधूरी आजादी है
रंगो में पहचान ना बताया उसका कभी
शहीदों के तन पर चढ़ी अधूरी खाकी है
पूरा है देश पर आज अधूरी आजादी है
संघर्षों से जी कर देश आज महान बना
आज जम्हूरियत की ही अधूरी बरबादी है
पूरा है देश पर आज_अधूरी आजादी है
कानून कुर्सी संसद किसका आखिर दोष दें
सत्ता और पत्रकारिता ही अधूरी अपवादी है
पूरा है देश पर आज ___ अधूरी आजादी है
आवाम की आवाज वो मगरूर सुनते नहीं
मां की ममता भी आज अधूरी अवसादी है
पूरा है देश पर आज ___अधूरी आजादी है
Priya singh
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