राजेंद्र रायपुरी कलयुगी दोहे

🤣🤣     कलियुगी -  दोहे     🤣🤣


हाथ-पाँव को  बाँध कर, पति पीटे जो रोज।
है   वही  सौभाग्यवती,  हुई  नई   है   खोज।


पति  परमेश्वर  को  अगर, मारो  डंडे  चार।
तो  दुख  आवे  घर  नहीं, सुखी रहे परिवार।


जो पत्नी निश दिन करे,निज़ पति से तक़रार।
बिन  माँगे  उसको मिले, सौ  तोले  का  हार।


पलंग बैठ  पत्नी अगर, पति से काम कराय।
दानपुन्य कुछ बिन किये,स्वर्ग लोक को जाय।


                ।।राजेंद्र रायपुरी।।


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