🔵
■रचनाकार-एक परिचय
■नाम:-
संदीप मिश्र 'सरस'
■सम्प्रति:-
कवि,साहित्यकार-समीक्षक
■संस्थापक/अध्यक्ष- साहित्य सृजन मंच, बिसवाँ, सीतापुर
■साहित्य सम्पादक~दैनिक राष्ट्र राज्य
■विशेष:- राष्ट्रीय स्तर पर पत्र पत्रिकाओं/टीवी चैनल/रेडियो से प्रकाशित, प्रसारित व पुरस्कृत
■लेखन:-
●पद्य~गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, दोहा, छंद, क्षणिका, हाइकु, कुण्डलिया
●गद्य~समीक्षा, कहानी, लघुकथा
■जन्म:-
5 जुलाई, 1975 (बिसवाँ, सीतापुर)
■माता/पिता:-
श्रीमती रमा मिश्रा/श्री गंगा स्वरूप मिश्र
■शिक्षा:-
एम. ए. (हिन्दी साहित्य)
■प्रकाशन:-
◆कुछ ग़ज़लें कुछ गीत हमारे (काव्य संकलन)
◆साझा संकलन
●[समकालीन दोहाकार]
(सम्पादक-रघुविन्द्र यादव),
●[हिंदी ग़ज़ल का बदलता मिज़ाज]
(सम्पादक-अनिरुद्ध सिन्हा)
●[गुनगुनाएं गीत फिर से-2]
(सम्पादक-राहुल शिवाय)
●अन्य बारह संकलन
■शीघ्र प्रकाश्य:-
◆तूने चन्दन माँग लिया (गीत संग्रह)
◆ शर्ट के टूटे बटन सी जिंदगी(ग़ज़ल संग्रह)
◆और चाँद धुँधला गया(उपन्यास)
◆खूब कही (कुण्डलिया छन्द संग्रह)
◆पुरस्कृत हम नहीं होंगे(मुक्तक संग्रह)
◆ऐसा मत करना(लघुकथा संग्रह)
◆दोहा दर्पण(दोहा संग्रह)
■कार्यक्षेत्र-
साहित्य, पत्रकारिता
■विशेष:
★दूरदर्शन, न्यूज18 चैनल व आकाशवाणी, लखनऊ, विभिन्न काव्यमंचों से नियमित काव्य प्रसारण।
★कविताकोश व दोहाकोश में रचनाएँ सम्मिलित।
★समाचार पत्र 'जनसत्ता' में सम्पादकीय पृष्ठ पर 'खूब कही' काॅलम में दो वर्ष तक नियमित प्रकाशित।
★नियमित समीक्षा कॉलम(विमर्श)
में सौ से अधिक साहित्यकारों की पुस्तकों की समीक्षा
★नियमित कॉलम(कलमकार)में दो सौ से अधिक रचनाकारों की रचनाओं का सम्पादन
★एक दैनिक समाचारपत्र में
(बेबाक) कॉलम का दो वर्ष से नियमित लेखन
★आधा दर्जन पुस्तकों की अनुशंसा
■सम्मान:
1- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ द्वारा बाल कविता हेतु पुरस्कृत- 1994
2-संस्कार भारती संस्था से द्वारा साहित्य एवं पत्रकारिता के लिए पुरस्कृत 1996
3-गंगाश्रम संस्था द्वारा साहित्य गौरव सम्मान 1997
4-राष्ट्र-राज्य, दैनिक से सृजन सम्मान 1998
5-हिन्दी सभा,सीतापुर संस्था से युवा कवि पुरस्कार 1999
6-गाँजर शिक्षण संस्थान द्वारा चर्चित कवि पुरस्कार 2011 व 2014
7-एम एल एन डी सेवा संस्थान,बिसवां द्वारा बिसवाँ गौरव सम्मान-2017
8-जहाँगीराबाद प्रेस क्लब द्वारा सम्मान -2017
9- काव्य रंगोली, लखीमपुर द्वारा साहित्य-गौरव सम्मान- 2017
10-उ प्र जर्नलिस्ट एसो, बिसवां व प्रेस क्लब जहांगीराबाद द्वारा सम्मान - 2018
11-संस्कार भारती,बिसवां द्वारा सम्मान-2018
12-अवध भारती संस्थान, लखनऊ द्वारा अवधज्योति रजत जयंती सम्मान-2019
13-हिंदी साहित्य परिषद,सीतापुर द्वारा वागीश्वरी सम्मान-2019
14-कवितालोक,लखनऊ द्वारा गीतिकादित्य सम्मान-2019
15-श्यामसखा फाउंडेशन लखीमपुर द्वारा साहित्य रत्न सम्मान-2019
16-भाषा भारती न्यास द्वारा साहित्य श्री सम्मान-2019
17-अवधी सांस्कृतिक प्रतिष्ठान, नेपाल द्वारा सन्त तुलसी स्मृति सम्मान-2019
18-कवितालोक सृजन संस्थान, लखनऊ द्वारा गीतिका-सौरभ सम्मान-2019
19-काव्य रंगोली, लखीमपुर द्वारा साहित्य भूषण सम्मान- 2019
■सम्पर्क:
◆आवास~वार्ड-शंकरगंज, पोस्ट-बिसवाँ, जिला-सीतापुर (उ. प्र.)-पिन-261201
■वार्तासूत्र : (9450382515) (9140098712)
■ई-मेल :
sandeep.mishra.saras@gmail.com
🔵🔴🔴 कतरन 🔴🔴
कब तक मैं प्रतिबिम्ब टटोलूँ परछाई के पीछे भागूँ,
अपनापन अपना होता है मुझको अपनापन लौटा दो।
मेरी रीत मुझे प्रिय लगती,तुम्हें तुम्हारे स्वाँग मुबारक।
तुम्हें तुम्हारे उत्सव प्रिय तो मेरा दर्द हमेशा मारक।
कब तक ख़ुशी पराई बाँटू अपने सपने कहाँ सजाऊँ,
अपना घर अपना होता है मेरा घर आँगन लौटा दो।1।
क्योंकर इतना दुखी हृदय पर भार व्यथा का डाला जाए।
नयनों की पलकों से आँसू का न प्रवाह सम्हाला जाए।।
कब तक अपना दर्द सम्हालूँ आँसू पर बंदिशें लगाऊँ,
यदि स्वीकार न हो तो मेरी आहों का अर्चन लौटा दो।।2।
अब वे स्मृतियाँ बिसरा दो जहाँ बहक जाते थे सपने।
अब वे सारे पत्र जला दो जो भी तुम्हें लिखे थे मैंने।
अपने उस रूमाल का कोना जहाँ नाम मेरा लिक्खा था,
दे न सको रूमाल तो मुझको बस उतनी कतरन लौटा दो।3।
सन्दीप सरस, बिसवाँ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें