संजय जैन (मुम्बई) गजल

*तुम्हारे लिए गाता हूँ*
विधा : गीत


प्यार दिल से करो, 
तो इसे महसूस करो।
दिल की गेहराई में,
उतर के तुम देखो।
तेरे दिल में मेरे लिए 
क्या चल रहा..।
कसम उस खुदा की,
सच कहता हूं।
तुम्हारे दिल से ही,
आवाज़ आ जाएगी।।


दिल मेरा आज,
बहुत उदास है।
तुमको देखने की,
आज बहुत प्यास है।
कैसे में तुमको कहूँ की,  
 मुझे सच में तुमसे प्यार है।।


तुम्हें देखकर ही में,
मोहब्बत पर लिखता हूँ।
कसम तुम्हारी तुम ही मेरी,
लेखनी का आधार हो।
भले ही हम हकीकत में,   
 तुमसे बहुत दूर सही।
पर दिलसे तुम्हारे 
बहुत ही करीब है हम।।


दिल की हर धड़कन
मोहब्बत पर,
मुझसे लिखवाती है।
तुम्हारी प्यारी और मीठी
बाते ही,
तुम्हारे दिल की बात हमको बताती है।
इसलिए संजय का दिल
मोहब्बत के गीत गाता है।
और इसका सारा श्रेय 
तुम्ही को जाता है।।


जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)
14/01/2020


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