अतिवीर जैन पराग, मेरठ

 


हाथों से हाथ मिले :-


हाथों से हाथ मिले,
तुम हमें साथ मिले,
हम मिले तुम मिले,
मुन्ना की सौगात मिली.


प्रभु का आशीर्वाद मिला,
प्यार का वरदान मिला.
हम दोनों के सपनो को,
एक नया आयाम मिला.


हमारे दो हाथों को,
तीसरा एक हाथ मिला.
पीढ़ीयों की रस्म निभाने को,
मुन्ना का साथ मिला.


स्वरचित,
अतिवीर जैन पराग,
मेरठ


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