अतुल मिश्र अमेठी

अन्जान हूँ, मैं,
कि वो कौन है।
जिसने छीना मेरा,
सुकून, चैन है।
आंखों ने देखा नही जिसे,
फिर दिल महसूस करे किसे।
दिल कह रहा, बस एक ही बात,
तुम करना, बस इंतजार।
वो आंयेंगे, जब तुम्हारे पास,
एक नया होगा, एहसास।
सोंच रहे हो, न तुम,
क्या खास होगी, उसमें बात।
वक्त थम जायेगा तेरा,
जब उससे होगी तेरी, मुलाकात।
पूरी दुनिया सिमटी सी होगी,
बस वही एक नयी, दुनिया होगी।
खुशी का वो पल, आसमान छूता है,
पहला प्यार, जब पहली बार होता है।।........ 


💐अतुल मिश्र 💐❤️❤️


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