बहुत कुछ सिखाती    बताती  पढ़ने   की  हर  इक  किताब।

* *विषय।।।।।बच्चों को सीख।।।।।।।।।।।।*
*पुस्तक।।।।।।।।किताब।।।।।।।।।।।*
*।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।।।।।।।।*


बहुत कुछ सिखाती    बताती 
पढ़ने   की  हर  इक  किताब।


दिखाती जगाती   हम  सबमें
संस्कार    सपने      जज्बात।।


पुस्तक   होती    सच्ची   मित्र 
विकसित   करती   चरित्र  है।


अच्छे  पाठकों     ने    पायें हैं
जीवन   में  असंख्य   खिताब।।


*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री*
*हंस।।।।बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
मोब 9897071046।।।।।।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।।।।।


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...