डॉ प्रताप मोहन "भारतीय   - बद्दी -

वेबसाइट में प्रदर्शन हेतु
*** मकान ***
खुद के घर को
घर कहते है
किराये के घर को
मकान कहते है
यदि घरवाली हो घर में
तो घर घर लगता है
बिना घरवाली  के
अपना घर भी
मकान लगता है
घरवाली है घर की जान
उसके बिना है घर बेजान
जान ही जान का
अहसास कर पायेगी
बेजान क्या हमारा
दर्द समझ पायेगी
  लेखक -
          डॉ प्रताप मोहन "भारतीय          308, चिनार - ऐ - 2 ओमैक्स पार्क वुड - बद्दी - 173205      (H P)
  मोबाइल - 9736701313
Email - DRPRATAPMOHAN@GMAIL.COM


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