*तेरा कल ही तेरा काल बन*
*जायेगा।मुक्तक।*
मत दो तुम नफरत से जवाब
तेरा ही सवाल बन जायेगा।
तेरा अहम का घेरा ही तेरे
लिये इक बवाल बन जायेगा।।
बो कर बबूल का पेड़ तुम
आम की उम्मीद मत रखना।
जान लो तेरा आने वाला कल
ही तेरा काल बन जायेगा।।
*रचयिता।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली।*
मो 9897071046
8218685464
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