एस के कपूर* *श्री हंस।बरेली

*विविध हाइकु।।।।।।।*


अपना पन
स्नेहील आशीर्वाद
जीवन धन


डूबे किश्ती
अहम भरी हुई
और हस्ती


ये सब्ज बाग
मत  देख   इनको
काम खराब


विचार वान
तो उत्तम व्यक्तित्व
पाता सम्मान


ये खुशी मस्ती
सब  दिल  से पाते
होतीं हैं सस्ती


प्यार क्या होता
जो   रूह में  उतरा
वो प्यार होता


क्षणिक क्रोध
आवेश खोना नहीं
ये अवरोध


सद भावना 
सर्वहित कामना
ये हो भावना


लम्हों की खता
सूझ बूझ से काम
सदियों  सजा


*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो    9897071046
       8218685464


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