एस के कपूर श्री*
*हंस।।।।।बरेली सबको मुंह दिखाना प्रभु के*
*दरबार में।।।।।।।।।।।।।।।।*
*मुक्तक।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
प्रेम की दूकान चलाते हैं,
नफरत के बाज़ार में।
लाभ कम शान्ति ज्यादा,
है इस कारोबार में।।
जितनी भी जिन्दगी बस ,
कट रही है सुकून से।
हो न बुरा किसी का भी,
जाना प्रभु के दरबार में।।
*रचयिता।।।एस के कपूर श्री*
*हंस।।।।।बरेली।।।।।।।।।।।*
मोब 9897071046 ।।।
8218685464 ।।।।।।।।
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