*कुछ अच्छे अहसास तुम बांटो*
*।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।*
नफरत का विष नहीं,
आस तुम बांटों।
बन कर के एक दिया,
प्रकाश तुम बांटों।।
ये जो जीवन मिला तुमको,
कुछ अर्थ हैं इसके।
पूरी हो किसी की मुराद वो,
विश्वास तुम बांटों।।
*रचयिता।।।।एस के कपूर*
*श्री हंस।।।।।बरेली।।।।।।*
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8218685464।।।।।।।।
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