*पानी का बुलबुला सा जीवन*
*।।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।*
कागज़ की कश्ती और पानी
का बुलबुला सा जीवन।
कब पल भर में मिट जाये
है गुलगुला सा जीवन।।
कुछ अच्छे काम जरूर करना
वक़्त रहते आज ओ अभी।
फिर वक्त मिले न तुझको कि
बहुत चुलबुला है जीवन।।
*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
मोब 9897071046।।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।
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