*विविध हाइकु।।।।।।।।*
हीर ओ रांझा
सांझा जीना हमेशा
मरना सांझा
वजन दार
हमेशा कायदे का
बात का सार
भूखा द्वार पे
खाली पेट न जाये
तू ये देख ले
बिन संघर्ष
उत्थान होता नहीं
न ही उत्कर्ष
जख्म न खोल
नमक शहर में
मीठा ही बोल
बिन विचार
बने न ही व्यक्तिव
न ही आधार
*रचयिता।।एस के कपूर*
*श्री हंस।।।।।।।।बरेली*
मो 9897071046।।
8218685464।।।।।
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