एस के कपूर* *श्री हंस।बरेली।

*शब्द की महिमा(हाइकु)*


कभी हैं शब्द
कभी है वाचालता
कभी निःशब्द



शब्द से पीड़ा
शब्द से   मरहम
शब्द से बीड़ा



शब्द प्रेम है
शब्द से होता बैर
शब्द प्राण है


शब्द जीवन
शब्द से मिले ऊर्जा
शब्द से गम


शब्द नरम
शब्द विष अमृत
शब्द गरम


शब्द से दूरी
बात हो सदा अच्छी
यह जरूरी


शब्द से प्यार
शब्द से हो दुश्मनी 
शब्द से यार


*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो 9897071046
     8218685464


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