एस के कपूर श्री हंस* *बरेली

*यह जीवन बेहिसाब देता है।*
*।।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।*


ये जीवन बड़ा विचित्र कभी 
कांटे ओ गुलाब देता है।


इन  आँखों  को   बहुत  सारे
सुनहरे   ख्वाब  देता है।।


हार कर    मत    बैठना इस 
जिन्दगी की  बाज़ी  में।


जीवन  समुंदर सा कम नहीं
बेहिसाब        देता   है।।


*रचयिता।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।*
मोब  9897071046।।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।।


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