ग़ज़ल ( हिंदी )
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इस चुनावी जंग का तो व्योम तक एलान है ।
जीत के इन आंकड़ों से विश्व भी हैरान है ।।
हर धरम आज़ाद है हर कौम का सम्मान है ।
रोज दीवाली यहां पर रोज ही रमजान है ।।
देश को कमजोर करती सब जमातें थक गई ।
वो अभी समझीं नहीं यह मुल्क हिंदुस्तान है ।।
गालियों ने तोड़ दी सीमा सभी संवाद की ।
वो सियासी खेल में बच्चा अभी नादान है ।।
भाषणों से एक उल्लू का पता मालूम हुआ ।
वह कमीना पाक का एजेंट है शैतान है ।।
खून से लतपथ मिला वो चीथड़े पहने हुए ।
लोग कहते है उसे वो चीन का दरवान है ।।
जो कुराने पाक में आतंक को ढोता रहा ।
नाम पूंछो तो बताया मुल्क पाकिस्तान है ।।
आँख कोई भी दिखाए अब नहीं मंजूर है ।
यार का है यार"हलधर" गैर को तूफान है ।।
हलधर -9897346173
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