कैलाश , दुबे होशंगाबाद

दो घड़ी हमसे भी प्यार कर ले ,


भले ही झूटा इकरार कर ले 


हम भी मनचले हैं बहुत ही यारा ,


ज़रा नजरों के बारे इधर भी कऱ ले ,


कैलाश , दुबे


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