कवि शमशेर सिंह जलंधरा टेंपो हांसी , हिसार , हरियाणा

 ग़ज़ल 


खुशियों की हो बस बौछार जिंदगी में ।
तुम बांटते रहना प्यार जिंदगी में ।।


 तुम पूछ लो कीमत अपनेपन की उससे ,
जिस को नहीं मिलता प्यार जिंदगी में ।


वह खुशनसीब है यारों बहुत कसम से ,
सपने हो जिसके साकार जिंदगी में ।


तुम भी उठा लो बीड़ा बदल के रहना ,
करना नया है हर हाल जिंदगी में ।


वादा करो मिलजुल कर हमें है करना , 
इंसानियत का प्रचार जिंदगी में ।


उसको झुका देंगे हौसलों से अपने ,
बोता है जो नफरत खार जिंदगी में ।


नुकसान होकर भी " टेंपो " यकीनन ,
घटते नहीं है आसार जिंदगी में ।


@9992318583@


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