ग़ज़ल
खुशियों की हो बस बौछार जिंदगी में ।
तुम बांटते रहना प्यार जिंदगी में ।।
तुम पूछ लो कीमत अपनेपन की उससे ,
जिस को नहीं मिलता प्यार जिंदगी में ।
वह खुशनसीब है यारों बहुत कसम से ,
सपने हो जिसके साकार जिंदगी में ।
तुम भी उठा लो बीड़ा बदल के रहना ,
करना नया है हर हाल जिंदगी में ।
वादा करो मिलजुल कर हमें है करना ,
इंसानियत का प्रचार जिंदगी में ।
उसको झुका देंगे हौसलों से अपने ,
बोता है जो नफरत खार जिंदगी में ।
नुकसान होकर भी " टेंपो " यकीनन ,
घटते नहीं है आसार जिंदगी में ।
@9992318583@
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