कवि शमशेर सिंह जलंधरा टेंपो हांसी ,  हिसार , हरियाणा ।

 


संघर्ष की गुत्थी ,
और उलझ जाती है ,
जब ,
सरलता से सफल हुआ व्यक्ति ,
देता है नसीहत ,
कड़े परिश्रमी , मेहनती इंसान को ,
कड़े परिश्रम की ।
और उसके शब्द , 
दर्शाते हैं ,
खुद को परिपक्व ,
जबकि ,
उसकी सफलता के पीछे ,
होता है ,
पुरखों की मेहनत का नतीजा ,
वरना ,
कड़े परिश्रम का अर्थ ,
शब्दों में नहीं ,
हकीकत में समझता वह भी ,
और मालूम होता ,
उसको भी ,
कि संघर्ष क्या होता है ।


,@9992318583@


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