कवि शमशेर सिंह जलंधरा टेंपो ऐतिहासिक नगरी हांसी , हिसार , हरियाणा

सफलता वाला फल 


संघर्ष की जीवन में ,
महत्वता होती है बहुत बड़ी ,
भरोसा और विश्वास ,
होती है जिसकी सबसे प्रबल कड़ी ।
जिसके टूट जाने से ,
संघर्ष का सारा साम्राज्य खत्म हो जाता है ,
या यूं कहें फलहीन हो जाता है ।
मतलब हाथ लगती है ,
सिर्फ निराशा , असफलता ।
विश्वास की कड़ी टूटने से ,
दम तोड़ने लगता है ,
आशा का दीपक ,
क्षीन पड़ने लगती है ,
सफलता की संभावनाएं ।
यानी विश्वास वाली कड़ी ही ,
सफलता का मूल है ,
जिसे सीचना होता है ,
कठिन परिश्रम से ,
डालनी होती है ,
हौसले वाले खाद ,
ताकि मिलती रहे ,
मूल को शक्ति ,
और बढ़ता रहे संघर्ष ।
फिर एक दिन मिलता है ,
सफलता वाला फल ,
जिसका स्वाद होता है निराला और बहुत आनंददाई ।


@9992318583@


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...