कुमार🙏🏼कारनिक (छाल, रायगढ़, छग)

मनहरण घनाक्षरी
       *सोच*
        """"""
बदलें  अपनी  सोच,
मन में न रखों खोट,
राहों में  बहुत  मोड़,
    चलते ही जाईये।
😌💐
सोच  विचार करना,
धैर्य   धीरज  रखना,
प्रभु के  नाम जपना,
    प्रीत ही जगाईये।
🌸😌
बदल    गए  तस्वीर,
बनों  भारत  के वीर,
बन जाओ तुम मीत,
   रीत भी निभाईये।
😌🏵
मात पिता को वंदन,
बड़ो का अभिनंदन,
तब    बनोगे   चंदन,
      धरम निभाईये।


           🙏🏼
                 *******


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