प्रदीप कुमार कुशवाह आत्मानन्द लखनऊ सम्मानीति होंगे।

प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा 1 लाख रुपये नकद एवम अति विशिष्ट सम्मान ।कवयत्री महादेवी वर्मा पुरस्कार हेतु श्री कुशवाह जी का चयन उनकी पद्य कृति अमृतांगन के लिए 15 मार्च 2020 को यशपाल सभागार उ0प्र0 हिंदी संस्थान में प्रदान किया जायेगा।श्री प्रदीप कुशवाह जी काव्य रंगोली से संस्थापन के समय से जुड़े हुए है । आप वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कृषि निदेशक कार्यालय से सेवा निवृत्त हो चुके है।एवम आप ने अपना सम्पूर्ण समय शिक्षा साहित्य और समाजसेवा को अर्पित कर दिया है तथा आज के समाज मे प्रेरणा स्रोत के रूप में उदीप्तमान हो रहे है।


लखनऊ बाराबिरवा रायबरेली रोड पर निवास करने वाले महनीय व्यक्तित्व आप ने षटपद नामक हिंदी को एक नई विधा तो दी ही अनेक ग्रन्थों की भी रचना की जो कि हिंदी साहित्य में मिल का पत्थर है।आप ने धर्म और आध्यात्मिक शिक्षक बूते अपने हजारो शिष्यों की जीवन का सार बतलाते हुए उन्हें सन्मार्ग पर चलने हेतु पथ प्रदर्शन कर रहे है ।


काव्य रंगोली टीम


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