प्रतिभा प्रसाद कुमकुम

(08)      🙏🏻   *प्रतिभा प्रभाती*   🙏🏻
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सब मेरा अभिनंदन लें , 
सादर मेरा वंदन लें ।
पुण्य कर्म जो हुए कभी ,
मस्तक, उनका  चंदन लें ।


पुण्य प्रसून बन, पुण्य धरा,
भर दे जीवन, गंध.धरा।
ले प्रीत प्रभाती आयी ,
 नेह सुधा अब भरे धरा।
माता से संस्कार मिले ,
उन सबका अभिनंदन लें।
सादर मेरा वंदन लें।।


मात पिता संग परिवार ,
सभी प्राणी इस संसार।
सब मेरा अभिवंदन लें ,
 सादर मेरा वंदन लें ।।


हे ईश, जगदीश मेरे , 
तुझसे ही प्राण घनेरे ।
जो जो जब जब दिया मुझे,
आशीष सदा  दिया मुझे ।
हर बार तेरा शुक्रिया ,
पटल मित्रों का शुक्रिया।
सब मेरा अभिवंदन.लें।
सादर मेरा वंदन लें।।


 


🌹 *प्रतिभा प्रसाद कुमकुम*
       (सर्वाधिकार सुरक्षित)
        दिनांक  8.2.2020...



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