(012) प्रतिभा प्रभाती
आज प्रभाती है यूँ खास ।
मन के भीतर है क्यूँ आस ।
कहने आया अपनी बात ।
नर नारायण पूजा खास ।
शिव गौरा भी दोनों पास ।
कृष्ण सुदामा मिलते रात ।
दान धर्म व पुण्य ही खास ।
अक्षय पात्र ही रहना बात ।
प्रतिभा प्रभाती ही सौगात ।।
🌹(सर्वाधिकार सुरक्षित स्वरचित)
*प्रतिभा प्रसाद कुमकुम*
दिनांक 12.2.2020......
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