आज का दिन हम कुछ यूँ मना रहे थे।
सभी अपने प्यार में खुशियाँ मना रहे थे
हम दुश्मनों के संग गोलियाँ चला रहे थे,
हमें तो वतन से प्यार था इस कदर
जहाँ सभी एक-दूजे से प्यार जता रहे थे
वहीं हम वतन पर अपनी जान लूटा रहे थे।
प्रियव्रत कुमार
पुलवामा हमला में शहीद सभी वीर जवानों को में शत् शत् नमन।
🙏🏻🌹🙏🏻
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
प्रियव्रत कुमार
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