🤣🤣 दिल्ली चुनाव,एक झलक 🤣🤣
दिल की धड़कन बढ़ गयी,
सबकी देखो आज।
जाने किसका सिर झुके,
किसके सिर हो ताज।
कुर्सी ख़ातिर देखिए,
टपक रही है लार।
सबकी चाहत है यही,
बने मेरी सरकार।
ढोल-ढमाके सब लिए,
बैठे हैं तैयार।
अंदर-अंदर डर रहे,
हार न जाएँ यार।
हम ही तीरंदाज हैं,
खूब बजाया गाल।
लुटिया डूब गयी अगर,
होगा फिर क्या हाल।
दिल्ली में बैठे मगर,
दिल्ली लगती दूर।
जाने किसे वरण करे,
जन्नत की ये हूर।
भले किसी की जीत हो,
और किसी की हार।
लोकतंत्र हारे नहीं,
चाह हमारी यार।
।।राजेंद्र रायपुरी।।
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