जमाना बुरा है
ज़माना बुरा है कहें लोग भाई।
रहो दूर इससे इसी में भलाई।
ज़माने में है कौन ये तो बताएं।
तभी तो सभी उनसे दूरी बनाएं।
ज़माने में हम हैं ज़माने में वो हैऺऺऺं।
कहें दूर रहना ज़माने से जो हैं।
रहे दूर किससे, कहो कौन भाई।
हमें बात बिल्कुल समझ ही न आई।
हमें तो समझ यार इतना ही आए।
बनें खुद भला तो जहां बन ही जाए।
सुधर हम गए तो है सुधरा ज़माना।
समझ आ गया हो तो सबको बताना।
ज़माना बना है हम्हीं से ये भाई।
उन्हें बात छोटी समझ क्यों न आयी।
सही बात मेरी तो दिल में बिठाना।
नहीं तो इसे आज ही भूल जाना।
।। राजेन्द्र रायपुरी।।
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