-रामनाथ साहू " ननकी "
मुरलीडीह--- हौसला ----
डरकर जीना छोड़ दे ,
रख हिम्मत ऐ यार ।
तू महान है जान ले ,
नहीं डाल हथियार ।।
नहीं डाल हथियार ,
किसी से कम मत आँको ।
हो प्रतिभा संपन्न ,
जरा अंदर तो झाँको ।।
कह ननकी कवि तुच्छ ,
हौसला रख अपने पर ।
कूद पड़ो मैदान ,
छोड़ जीना अब डरकर ।।
~ रामनाथ साहू " ननकी "
मुरलीडी
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