रोहित मित्तल ❝रोहित❞ कृष्ण वन्दना

🌻 ❛❝जय श्री राधे कृष्ण ❞❜🌻      
               💦Զเधे👣Զเधे💦
मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया... 
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


रूप तुम्हारा इतना सुंदर देख के मन हरषाया... 
मुरलीधर नटवर तेरा गुणगान सभी ने गाया... 
देख के सुंदर रूप सलोना हो गई मैं बावरिया...


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया...
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


गऊऐ गोपी ग्वाल सभी है इतना तुम्हें सुहाते... 
पाकर तुमको अपने दिल की पीड़ा सभी बताते..
धुन भी ऐसी मन को मोहे कान्हा की मुरलिया ...


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया...
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


कान्हा मेरा सबसे प्यारा सबका राज दुलारा... 
मैंने अपना तन मन धन सब इसके ऊपर वारा...
कान्हा की कोमल उंगली को घायल करे मुदरिया...


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया...
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


दूध दही और मक्खन मेरे कान्हा को है भाते...
चोरी कर माखन की घर-घर नटवर चट कर जाते...
उछल-उछल ग्वालो के संग में फोड़े जब गागरिया...


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया...
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


मित्र सुदामा दिल में बसता मन में बसती राधा ... 
घर घर जाकर माखन खाते हरते सबकी बाधा...
मुरली वाले की बंसी पर जब फिर जाऐ अंगुरिया.... 


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया...
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


लीलाधर की लीला प्यारी लगती सबको न्यारी..
मन पावन हो पातक हरते नर हो या हो नारी...
नाच दिखाते कीड़ा करते जब मोहन भोरहरिया.


मोर मुकुट माथे पर साजे पैरों में पायलिया....
नैनों से जो मन को हर ले ऐसा वह सांवरिया...


      🌻 🚩रोहित मित्तल ❝रोहित❞🚩 🌻 
       🌻  {R.K.OPTICAL❜S } 🌻 
          🌻{मौलिक स्वरचित } 🌻 
                लखीमपुर-खीरी   🌻 
               9889862286🌻


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...