रोहित मित्तल शिव वन्दना

🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
जब मैं जाता पूजा करने, शिवजी प्रकट हो जाते........
मंद - मंद मुस्का  कर भोले मुझको गले लगाते........ 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
सब मन से हैं वंदन करते,तन से भी अभिनंदन .....
ऐसी करते  कृपा सभी पर, तन मन होता चंदन............
कृपा दृष्टि से कष्ट भक्त के नष्ट सभी हो जाते..........


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
जब मैं जाता पूजा करने, शिवजी प्रकट हो जाते........
मंद - मंद मुस्का  कर भोले मुझको गले लगाते........ 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
अखिल ब्रह्म में विचरण,करती इनकी अद्भुत माया .....
विपत्ति काल में पड़कर जो भी इनके दर पर आया......... 
किन्नर ,यक्ष देवता नर सब ही इनके गुण गाते ......... 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
जब मैं जाता पूजा करने, शिवजी प्रकट हो जाते.........
मंद - मंद मुस्का  कर भोले मुझको गले लगाते...... 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
भोले की माया से मेरा काम हो रहा सारा.............
मेरी दुखियारी दुनिया का तू ही एक सहारा..........
अपने भोलेपन से हमको है शंकर जी भाते........ 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
जब मैं जाता पूजा करने, शिवजी प्रकट हो जाते......
मंद - मंद मुस्का  कर भोले मुझको गले लगाते..... 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
ऊंचे शिखर से गंगा मैया, हर हर करके आती........
भक्तों के पापों को हरकर, नूतन जन्म दिलाती........
पावन गंगा जल का अमृत  घर को लेकर आते....... 


🕉 🕉 🕉 🕉 🕉 🕉
जब मैं जाता पूजा करने, शिवजी प्रकट हो जाते........
मंद - मंद मुस्का  कर भोले मुझको गले लगाते........


     🌻 🚩रोहित मित्तल ❝रोहित❞🚩 🌻 
       🌻  {R.K.OPTICAL❜S } 🌻 
          🌻 {मौलिक स्वरचित } 🌻 
            🌻     लखीमपुर-खीरी   🌻 
               🌻  9889862286🌻


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...